दिल्ली शराब नीति मामले में केसीआर की बेटी कविता से ईडी की पूछताछ
नई दिल्ली । दिल्ली शराब नीति मामले में तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी के कविता से प्रवर्तन निदेशालय की पूछताछ जारी है। वहीं, तेलंगाना भवन में बीआरएस कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच हैदराबाद की दीवारों पर लगा एक पोस्टर काफी चर्चा बटोर रहा है। ऐसा दावा किया गया है कि इस पोस्टर में उन नेताओं की तस्वीरें हैं, जिन पर पहले आरोप थे लेकिन, बीजेपी में शामिल होने के बाद वे किसी भी एजेंसी की जांच का सामना नहीं कर रहे हैं। अन्य दलों से बीजेपी में शामिल होने वाले नेताओं और दूसरी ओर बीआरएस एमएलसी के कविता के पोस्टर लगे हैं। इसमें लिखा है कि बाय बाय मोदी।
दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी के दफ्तर में पेशी से पहले हैदराबाद में बीआरएस ने पोस्टर लगाकर केंद्र पर तीखा हमला बोला है। हैदराबाद में लगाए गए पोस्टर में एक तरफ अन्य दलों से भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को दिखाया गया है, जबकि दूसरी तरफ के कविता को दिखाया गया। नीचे लिखा गया है- बाय बाय मोदी। हैदराबाद में बीआरएस की ओर से लगाए गए पोस्टर में अलग-अलग नेताओं के फोटो हैं जो पहले कभी किसी और पार्टी में हुआ करते थे और बाद में बीजेपी में शामिल हो गए। अन्य दलों से भाजपा में शामिल होने वाले नेताओं को पोस्टर में एक तरफ जबकि दूसरी ओर बीआरएस एमएलसी के कविता को दिखाया गया है।
इससे पहले शुक्रवार को, कविता ने संसद के मौजूदा बजट सत्र में महिला आरक्षण विधेयक पेश करने की मांग को लेकर राष्ट्रीय राजधानी में जंतर-मंतर पर भूख हड़ताल शुरू की। शुक्रवार को दिल्ली में होने वाली अपनी भूख हड़ताल का हवाला देते हुए, उन्होंने जांच एजेंसी से शनिवार तक अपनी पूछताछ स्थगित करने को कहा। गौरतलब है कि इसी मामले में दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को ईडी ने गिरफ्तार किया है।
ईडी द्वारा पूछताछ के लिए समन जारी किए जाने के कुछ घंटे बाद वह आठ मार्च को राष्ट्रीय राजधानी पहुंची थीं। बीआरएस नेता के टी रामाराव शुक्रवार को भी राष्ट्रीय राजधानी में अपने पिता के आवास पर पहुंचे। सूत्रों के अनुसार, कविता को हैदराबाद के व्यवसायी अरुण रामचंद्र पिल्लई के साथ आमने-सामने बिठाया गया है, जिन्हें सोमवार रात शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया गया था।
एमएलसी कविता ने समन को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव और बीआरएस के खिलाफ केंद्र द्वारा धमकाने की रणनीति करार दिया। कहा कि पार्टी केंद्र की विफलताओं से लड़ना और उजागर करना जारी रखेगी और भारत के एक उज्ज्वल और बेहतर भविष्य के लिए आवाज उठाएगी।